जहाँ चोरी नाम की चीज़ नहीं: शनि शिंगणापुर
भारत मे रहस्यों की कमी नहीं है । ऐसा ही एक रहस्य भारत के महाराष्ट्र मे भी है यहा पर एक ऐसा गाँव है जिसमे किसी भी घर मे दरवाजे नहीं है और वहा पर कभी भी चोरी नहीं होती है?ऐसा क्या है इस गाँव मे ?
कहते है कि उस गाँव मे एक शनि देव का मंदिर है, और गाँव वालों का मानना है कि शनि देव ही वहा पर चोरी होने से रोकते है ।मंदिर की कहानी
मंदिर मे एक 5 foot का काले पथर की प्रतिमा है उसे ही मूर्ति के रूप मे पूजते है पर वो भी खुले आसमान के नीचे है । कहते यही कि कई सालों पहले किसी व्यक्ति को वो पथर दिखा था और जब उसने उस पथर को लकड़ी से मार तो उसमे से खून निकलने लगा था , और सभी गाव वाले कहा इकठ्ठा हो गए थे । रात को उसी व्यक्ति का सपने मे शनि देव आए और कहा की ये पथर मेरा ही स्वरूप है तो पूछा की मे आपका मंदिर बना सकता हु क्या तो उन्होंने माना कर दिया और कहा की मे खुले आसमान के नीचे ही इस गाँव की रक्षा करूगा ।और पढे -रूपकुंड झील का रहस्य यहाँ पढ़ें
चोरी का बंद होना ?
गाँव वालों का कहना है कि उसके बाद गाँव मे चोरी का एक भी केस नहीं आया है । अगेर कोई चोरी करने की कोशिस भी करता है तो वो या तो बीमार हो जाता है या फिर उसे दिखाना बंद हो जाता है ।
इस कारण इस गाँव का नाम शनि शिंगणापुर पास गया था ।
पर्यटक का आकर्षण
ये मंदिर इतना प्रसिद हो गया की आज के समय पर दिन मे 30,000 से भी जयदा पर्यटक इस मंदिर को देखने के लिए आते है ।आपको क्या लगता है कि ये सब सच मे शनि देव की कर्पा है या वहा के लोगों का विस्वास है ।
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